मल्लिकार्जुन खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नव-निवार्चित अध्यक्ष है। मल्लिकार्जुन खड़गे राज्य सभा में विपक्ष के नेता है। ये कांग्रेस पार्टी से भारतीय राजनीतिज्ञ है। इस लेख में आप कांग्रेस के नव-निवार्चित अध्यक्ष Mallikarjun Kharge की जीवनी के बारे में जानेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे एक गैर-गाँधी परिवार से है। पहली बार ऐसा हुआ है की भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने एक गैर-गाँधी परिवार के व्यक्ति को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया है।
Mallikarjun Kharge Biography
भातीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई 1942 को हैदराबाद के बीदर जिले के वारवाटी गांव में एक दलित परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम मपन्ना खड़गे और माता का नाम सबव्वा खड़गे था। जब मल्लिकार्जुन महज 7 साल के थे, तब इन्होने अपनी माँ-बहन को खो दिया था।
उस समय दंगे-फसाद बहुत अधिक हो रहे थे। ऐसे ही एक दंगे के चपेट में इनके घर को लूटकर आग लगा दी गयी थी। उसमे इनकी माँ और बहन दोनों मारी गयी थी। और महज 7 साल की उम्र में इनके सर से माँ का साया हट गया था।
उसके बाद इन्हे वारवाटी गांव को छोड़कर कर्नाटक के गुलबर्गा (कुलबुर्गी) शहर में अपने चाचा के पास आना पड़ा था। मल्लिकार्जुन की शुरूआती स्कूली शिक्षा गुलबर्गा के नूतन विद्यालय से हुई थी।
उसके बाद गुलबर्गा के गवर्नमेंट कॉलेज से इन्होने बी.ए. की उपाधि प्राप्त की। और बाद में गुलबर्गा के सेठ शंकरलाल लाहोटी विधि लॉ कॉलेज से इन्होने कानूनी (LLB की) पढ़ाई पूरी की थी।
उसके बाद मल्लिकार्जुन ने गुलबर्गा के भारतीय न्यायधीश शिवराज पाटिल के साथ एक जूनियर के रूप में अपनी कानून की प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। और प्रैक्टिस के दौरान उन्हें श्रमिक संघो के मामलों के लिए लड़ना पड़ा था।
मल्लिकार्जुन ने 13 मई 1968 में राधाबाई खड़गे से शादी की थी। मल्लिकार्जुन के तीन बेटे है जिनका नाम प्रियांक, राहुल और मिलिंद है। इनके अलावा मल्लिकार्जुन जी की दो बेटिया भी है जिनके नाम जयश्री और प्रियदर्शनी है।
इनका एक बेटा प्रियांक विधायक है और इससे पहले प्रियांक कर्नाटक के मंत्री रहे चुके है। और एक बेटी प्रियदर्शनी डॉक्टर है।
मल्लिकार्जुन ने 2006 में घोषणा की कि वे बौद्ध धर्म का पालन करेंगे। मल्लिकार्जुन का झुकाव बचपन से ही राजनीति की ओर था। उसके बाद इन्होने राजनीती से जुड़े कार्यो में अपना योगदान देना शुरू कर दिया था।
Mallikarjun Kharge Political Career
मल्लिकार्जुन खड़गे ने छात्र संघ नेता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। मल्लिकार्जुन को कॉलेज के समय में छात्र संघ के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद मल्लिकार्जुन 1996 में एमएमके मिल्स में कर्मचारी संघ के क़ानूनी सालाहकार के रूप में चुने गए थे।
मल्लिकार्जुन ने मजदूरों के खिलाफ चल रहे कई आंदोलनो का नेतृत्व किया, और मजदूर संघ के एक प्रभावशाली श्रमिक संघ नेता भी रहे है। इसके बाद मल्लिकार्जुन ने 1969 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में भाग लिया और गुलबर्गा शहर के कांग्रेस सभा के अध्यक्ष भी बने थे।
इसके बाद ये 1972 में कर्नाटक के गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे। और 1973 में इन्हे नगर वित्त जांच समिति का अध्यक्ष चुना गया था। 1976 में उन्होंने कर्नाटक के राज्य मंत्री और शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था।
और 1978 में ये दोबारा से कर्नाटक के गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे। मल्लिकार्जुन जी कुल 9 बार विधायक के रूप में चुने गए थे। और इसके बाद इन्होने 1979 में कर्नाटक राज्य के कैबिनेट मंत्री और पंचायती राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था।
मल्लिकार्जुन ने अपने राजनीति करियर में कई बार अलग-अलग पदों पर कार्य किया था। मल्लिकार्जुन ने 2014 में गुलबर्गा संसद का चुनाव लड़ा और उसमे 13,404 वोटो से जीत हासिल की। इसके बाद इन्हे कांग्रेस पार्टी के नेता के लिए नियुक्त किया गया था।
मल्लिकार्जुन को 78 वर्ष की आयु में 12 जून 2020 को कर्नाटक राज्य सभा के लिए चुना गया था। और एक साल बाद 2021 में उन्हें राज्य सभा के विपक्ष का नेता बनाया गया था। और 2022 में इन्होने कांग्रेस पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का चुनाव लड़ा था। और उसमे उन्होंने 7,897 वोटो से विपक्षी पार्टी को हराया था। और मल्लिकार्जुन खड़गे को 19 अक्टूबर 2022 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
2023 में मल्लिकार्जुन की उम्र 81 वर्ष हो चुकी है। मल्लिकार्जुन खड़गे 24 साल बाद कांग्रेस पार्टी के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले गैर-गांधी नेता भी हैं। मल्लिकार्जुन ने 26 अक्टूबर 2022 से कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य-भार संभाला था।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के जीवन से जुडी किताब लिखी गयी है। जोकि मल्लिकार्जुन के राजनीतिक जीवन के पूरे 50 साल ख़त्म होने पर ये किताब प्रसारित की गयी थी। यह पुस्तक जयपुर के रावत प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है।
इस किताब का शीर्षक है- “Mallikarjun Kharge: Political Engagement with Compassion, Justice, and Inclusive Development”. यह किताब कुल तीन सौ पन्नों की हैं। इसमें दस चैप्टर्स हैं और एडिटर ने इस किताब में मल्लिकार्जुन के बारे में 54 पन्नों का एक लम्बा इंट्रोडक्शन लिखा है।
Mallikarjun Kharge’s Social Media Details
सोशल मीडिया | अकाउंट हैंडल | फॉलोअर्स (2023 में) |
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इंस्टाग्राम | @mallikarjunkhargeinc | 59 हजार |
ईमेल | reachkharge@gmail.com | – |
फेसबुक | Mallikarjun Kharge | 1 लाख 29 हजार |
ट्विटर | @kharge | 5 लाख 62 हजार |
निष्कर्ष (Conclusion)
मल्लिकार्जुन खड़गे एक भारतीय राजनीतिज्ञ है। ये 19 अक्टूबर 2022 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने है। बचपन में कुछ दंगो की चपेट में आकर इनकी माँ और बहन की आग में जलकर मृत्यु हो गयी थी। मल्लिकार्जुन डॉ भीम राव आंबेडकर को अधिक मानते है।
मल्लिकार्जुन खड़गे गाँधी परिवार के साथ बहुत अधिक वफादार है। उन्होंने 2006 में बौद्ध धर्म का पालन करने की घोषणा की थी। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने राजनीतिक जीवन में अनेको अलग-अलग पदों का कार्यभार संभाला है। आपको यह लेख कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताये। और इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करे।
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FAQ (Frequently Asked Questions)
मल्लिकार्जुन खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नव-निवार्चित अध्यक्ष है। उन्होंने अपने जीवन के पुरे राजनितिक काल में बहुत से पदों पर काम किये है। इन्होने 26 अक्टूबर 2022 को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था।
मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई 1942 को हुआ था। मल्लिकार्जुन खड़गे 2023 में 81 साल के हो चुके है।
मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म ब्रिटिश इंडिया में हैदराबाद स्टेट (वर्तमान में कर्नाटक) के बीदर जिले के वारवाटी में एक दलित परिवार में हुआ था। मल्लिकार्जुन खड़गे वर्तमान के कर्नाटक राज्य से है।
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