रघुराम राजन जी भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के 23वें गवर्नर थे। रघुराम राजन जी एक भारतीय अर्थशास्त्री है और इसे साथ-साथ वे शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में वित्त के कैथरीन डुसाक मिलर (Katherine Dusak Miller) विशिष्ट सेवा प्रोफेसर भी हैं। आज आप इस लेख में Raghuram Rajan की जीवनी के बारे में जानेंगे। इन्हे कई बार पुरुष्कारो से भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने कई किताबे भी लिखी है, जो की बहुत अधिक प्रसिद्ध है।
Raghuram Rajan Biography
रघुराम राजन जी का जन्म 3 फरवरी 1963 को भारत के भोपाल शहर में हुआ था। इनका पूरा नाम रघुराम गोविंदा राजन है। इनके पिता आर गोविन्द राजन एक आईपीएस अधिकारी है। इनकी माता का नाम मैथिली है। रघुराम जी के दो भाई है जिनका नाम श्री निवास राजन और मुकुंद राजन है। और इनकी एक बहन भी है जिनका नाम जय श्री राजन है।
रघुराम राजन की शुरुआती पढ़ाई 1974 से 1981 तक दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर के पुरम में हुई थी। उसके बाद रघुराम राजन ने 1985 में भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान (Indian Institute of Technology) दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
और 1987 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अहमदाबाद से एमबीए की पढ़ाई की। इसके अलावा उन्होंने 1991 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अर्थशास्त्र विषय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थी। उन्होंने अपनी चार साल की डिग्री के अंतिम वर्ष में, स्टूडेंट अफेयर्स काउंसिल का नेतृत्व किया।
इसके बाद रघुराम राजन जी ने राधिका पूरी से शादी की। राधिका राजन जी अहमदाबाद में उनकी क्लासमेट थी। राधिका राजन जी शिकागो विश्वविद्यालय लॉ स्कूल में शिक्षिका है। इनके एक बेटा और एक बेटी है।
रघुराम गोविंदा राजन जी की लिंकेडीन प्रोफाइल @raghuram-rajan है। इन्हे लिंकेडीन पर 12 लाख 13 हज़ार से भी ज्यादा लोग फॉलो करते है।
रघुराम राजन करियर (Raghuram Rajan Career)
रघुराम राजन जी शुरुआत में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ़ बिज़नेस में वित्त के सहायक प्रोफेसर का काम करने लगे थे। अर्थशास्त्र विषय के लिए उन्हें पुरुस्कार भी प्राप्त हुआ है।
रघुराम जी ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के लॉ स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, एमआईटी स्लोअन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, स्टॉकहोम स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में उन्होंने विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में काम किया है।
रघुराम राजन ने 2003 में अपने काम के परिणामस्वरूप सेविंग कैपिटलिज्म फ़्रॉम द कैपिटलिस्ट्स (Saving Capitalism from the Capitalists) पुस्तक प्रकाशित की थी।
इसके साथ ही वे 2003 से 2006 तक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख अर्थशास्त्री व अनुसंधान निदेशक भी रहे थे। और भारत में वित्तीय सुधार के लिये योजना आयोग द्वारा नियुक्त समिति का नेतृत्व भी किया था।
रघुराम राजन जी को 2008 में भारतीय योजना आयोग द्वारा नियुक्त वित्तीय सुधार समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद वे 2009 में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस के सदस्य बने थे। और उन्होंने 2011 में अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था।
इसके बाद 2012 में रघुराम को 10 अगस्त को भारत सरकार का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था। और 6 अगस्त 2013 को रघुराम राजन जी को 3 साल के लिए आरबीआई के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव के स्थान पर भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया था।
रघुराम जी ने 5 सितम्बर 2013 से आरबीआई का कार्य संभाला और सूक्ष्म वित्तीय शाखाओ को बैंक बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बैंको की ब्याज दर हमेशा ही न्यूनतम रखी थी। ताकि इससे महंगाई पर कोई असर न पड़े।
रघुराम राजन ने उसके बाद स्मॉल फाइनेंस और एनपीए खोलने की योजना बनाई। पेटीएम और एयरटेल मशीन भी रघुराम जी के समय में ही बाज़ार में आई थी। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लोगो के भलाई के लिए कार्य किया। और एक सवेंदनशील गवर्नर के रूप में जाने गए।
अंत में राजन जी के 3 साल की अवधि पूर्ण होने के पश्चात् 18 जून 2016 को आरबीआई के गवर्नर का पद छोड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद सितम्बर 2017 में राजन जी के द्वारा लिखी गई पुस्तक “आई डू, व्हाट आई डू” प्रकाशित की गयी थी।
रघुराम जी ने 4 दिसंबर 2022 को राजस्थान के सवाई मोधपुर जिले से कांग्रेस पार्टी में भाग लिया। और वे कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गाँधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।
रघुराम राजन को मिले पुरुष्कार और सम्मान
रघुराम जी को 2003 में अमेरिकन फाइनेंस एसोसिएशन के द्वारा दिया गया पहला ‘ब्लैक फिशर’ पुरुष्कार। यह पुरुष्कार 40 से भी कम उम्र में अर्थशास्त्रियों को वित्तीय सिद्धांत के अभ्यास के दौरान दिया जाता है।
इसके बाद 2010 में, रघुराम जी को ‘फाइनेंशियल टाइम्स और मैकिन्से बिजनेस बुक ऑफ द ईयर अवार्ड, फॉल्ट लाइन्स हाउ हिडन फ्रैक्चर्स स्टिल थ्रेटन द वर्ल्ड इकोनॉमी के अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था।
इसी दौरान फरवरी 2010 में एक बार फिर इन्हे NASSCOM (Non-governmental organization) ने 7वें वार्षिक वैश्विक नेतृत्व पुरस्कारों में ‘ग्लोबल इंडियन’ घोषित किया।
रघुराम जी को 2011 में आर्थिक विकास में वित्तीय योगदान के अलावा सामाजिक विज्ञान और अर्थशास्त्र के लिए ‘इंफोसिस’ के पुरुष्कार से सम्मानित किया गया था।
इसके अलावा 2013 में रघुराम राजन जी को ‘ड्यूश बैंक प्राइज फॉर फाइनेंसियल इकोनॉमिक्स’ से सम्मानित किया गया था।
2014 में रघुराम राजन जी को ‘गवर्नर ऑफ़ द ईयर अवार्ड 2014’ का पुरुष्कार दिया गया था। 1987 में उन्हें आईआईएम अहमदाबाद में गोल्डमेडल से सम्मानित किया गया था।
मार्च 2019 में, रघुराम राजन जी को उनके आर्थिक विकास में उनके योगदान के लिए ‘यशवंतराव चव्हाण राष्ट्रीय पुरस्कार 2018’ से सम्मानित किया गया था।
निष्कर्ष (Conclusion)
रघुराम राजन जी एक अच्छे अर्थशास्त्री है। उन्होंने कई डिग्रियां हासिल की हुई है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे पदों पर कार्य किया हुआ है। वे एक सवेंदनशील गवर्नर भी कहे जाते है।
उन्हें कई पुरुष्कारो से भी सम्मानित किया जा चूका है। रघुराम जी के द्वारा लिखी गयी कई पुस्तके है, जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया है। अपनी जवानी के दिनों में उन्होंने प्रधान मंत्री बनने का सपना देखा था।
परन्तु बाद में वे आरबीआई बैंक के गवर्नर बने। आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताये। और इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करें।
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FAQ (Frequently Asked Questions)
रघुराम राजन जी के पिता का नाम आर गोविन्द राजन है। आर गोविन्द राजन एक आईपीएस अधिकारी है।
रघुराम राजन के दो भाई है, जिनका नाम श्री निवास राजन और मुकुंद राजन है।
रघुराम राजन जी की पत्नी का नाम राधिका पूरी है। राधिका पूरी रघुराम राजन जी की अहमदाबाद में क्लासमेट थी। राधिका पूरी शिकागो विश्वविद्यालय लॉ स्कूल में शिक्षिका है।
रघुराम राजन जी का जन्म 3 फरवरी 1963 को हुआ था। रघुराम राजन जी 2023 में 60 साल के हो चुके है।
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