Mohit Pandey: जाने जीवनी और योग्यता, ये बने अयोध्या राम मंदिर के पुजारी


954
954 points
mohit pandey (Ayodhya Ram Mandir Pujari) biography

मोहित पांडेय को अयोध्या के राम मंदिर का पुजारी चुना गया है। राम मंदिर के पूरा होने का 500 सालो से सबको इन्तजार था। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला जी की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। ख़बरों के मुताबिक मंदिर का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया जायेगा। इस लेख में आप Mohit Pandey Biography के बारे में जानेंगे जो की राम मंदिर के प्रमुख पुजारी बनने वाले है। इसके अलावा आप ये भी जानेंगे कि कैसे 3000 इंटरव्यू के बाद राम मंदिर के पुजारी के रूप में चुने गए मोहित पांडेय।

Mohit Pandey Biography

mohit pandey biography
Pic: aajtak

मोहित पांडेय का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित सीतापुर के बल्हौरा गांव में 22 नवंबर 2002 को हुआ था। नके पिताजी एक किसान है और उनकी माताजी एक गृहणी है।

मोहित के चाचाजी एक पुजारी है और उन्होंने ही मोहित को धर्म के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने लगभग 9 साल की उम्र में गाज़ियाबाद में स्थित श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के वेद विद्यालय में प्रवेश लिया जहाँ उन्होंने 10 सालों तक अध्यन किया।

इस वेद विद्यालय में मोहित पांडेय ने 7 साल तक सामवेद, धर्म और कर्मकांड की शिक्षा प्राप्त की। गाज़ियाबाद के वेद विद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद मोहित तिरुपति में स्थित श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय में ज्ञान लेने चले गए।

See also  Yuvika Choudhary: जाने इनकी जीवनी, परिवार, करियर, रोचक तथ्य

उन्होंने श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से अपनी आचार्य की डिग्री प्राप्त की। फिलहाल मोहित तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) की ओर से संचालित श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से एमए का कोर्स कर रहे है।

इसके साथ ही मोहित पांडेय आचार्य की डिग्री लेने के बाद पीएचडी की तैयारी भी कर रहे है। उन्होंने अपने 7 साल की शिक्षा के दौरान रामानंद दीक्षा भी प्राप्त की थी।

किसी भी व्यक्ति को रामानंद दीक्षा प्राप्त करने के लिए स्वामी रामानंद के द्वारा दी गई शिक्षा को ग्रहण करना पड़ता है। फिर एक समारोह में उस व्यक्ति को पूजा के बाद दीक्षित घोषित कर दिया जाता है।

मोहित पांडेय बने अयोध्या राम मंदिर के पुजारी

राम मंदिर के लिए एक प्रमुख पुजारी की आवश्यकता होगी। इसलिए राम मंदिर के पुजारी बनने के लिए आवेदन पत्र भी जारी किये गए थे।

जिसमे पत्र भरने वाले की उम्र लगभग 20 से 30 साल तक की होनी अनिवार्य बताई गई है। और साथ ही आवेदक ने 6 माह की रामनन्दनीय दीक्षा ली हो और उसकी गुरुकुल शिक्षा पद्द्ति से पढ़ाई की हो।

मंदिर के पुजारी के लिए कुल 3000 आवेदन पत्र आये थे। जिनमे से सबकी शिक्षा और जानकारी के हिसाब से 200 आवेदकों को चुना गया था। उन आवेदकों का इंटरव्यू करने के बाद सिर्फ 50 आवेदकों को मंदिर के पुजारी का नियुक्ति पत्र दिया गया है।

उसी दौरान मोहित पांडेय ने राम मंदिर के पुजारी के लिए आवेदन पत्र डाल दिया और कई कठिन परीक्षाओ तथा इंटरव्यू के बाद उसमे इनका चयन हो गया। पुजारियों का चयन मंदिर के ट्रस्ट के द्वारा ही किया जाता है।

See also  Sonam Bajwa: जाने इनकी जीवनी, परिवार, अफेयर, नेट वर्थ, तथ्य घटनाएं

आवेदकों को चयन करने की जिम्मेदारी वृन्दावन के संत जयकांत मिश्रा और अयोध्या के दो महंत सत्यनारायण दास और नंदिनी शरण की थी। मोहित पांडेय तथा बाकि के पुजारियों को 6 माह का प्रशिक्षण प्राप्त कराया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को सही और निष्ठा से निभाने के लिए निखारा जा रहा है। उसके बाद उन्हें उनकी जिम्मेदारियों और दायित्वों को पूरा करने के लिए हर प्रकार की सामिग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

श्री राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल शर्मा के अनुसार पुजारियों की मंदिर में नियुक्ति के बाद प्रमुख पुजारी की तनख्वा कुल 32900 तक की होगी और उनके नीचे काम करने वाले पुजारियों की तनख्वा लगभग 31000 तक की होगी।

दूधेश्वर नाथ वेद विद्यालय के आचार्य नित्यानंद ने कहा है कि गुरुकुल के सभी विद्यार्थियों में से मोहित बहुत ज्यादा होनहार बालक है। उसका दिमाग और बालको के मुकाबले अधिक तेज है। मोहित पांडेय शुरू से ही श्री राम जी की सेवा करना चाहते थे।

इसका श्रेय मंदिर के महंत और महामंडलेश्वर श्री नारायण गिरी जी को जाता है। मोहित पांडेय को राम मंदिर के पुजारी के लिए चुना जाना यह हमारे लिए बहुत गर्भ की बात है।

निष्कर्ष (Conclusion)

मोहित पांडेय को राम मंदिर के पुजारी के लिए चुना गया है। मोहित पांडेय ने वेदो, धर्म और कर्मकांडो की शिक्षा प्राप्त की है। ये अब पीएचडी की तैयारी कर रहे है।

राम मंदिर के निर्माण से पूर्व इन्हे 6 माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हे राम मंदिर के पुजारी के रूप में नियुक्त किया जायेगा। यह लेख आपको कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताये। और इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करे।

See also  राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रधान जसदीप सिंह गिल की योग्यता क्या है?

Read More: Dr Mohan Yadav MP CM: जीवनी, पोलिटिकल करियर और पूरी जानकारी

FAQ (Frequently Asked Questions)

अयोध्या मंदिर के पुजारी मोहित पांडेय किस राज्य के है?

मोहित पांडेय उत्तरप्रदेश राज्य के है। मोहित पांडेय का जन्म सीतापुर के बल्हौरा गांव में हुआ था।

मोहित पांडेय की उम्र क्या है?

मोहित पांडेय का जन्म 22 नवंबर 2002 को हुआ था। 2023 में मोहित पांडेय 21 साल के हो चुके है।

मोहित पांडेय की शैक्षणिक योग्यता क्या है?

मोहित पांडेय ने सात साल तक श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के वेद विद्यालय में सामवेद की शिक्षा प्राप्त की। उसके बाद मोहित आगे की पढ़ाई के लिए तिरुपति चले गए और वहां से उन्होंने अपनी आचार्य की डिग्री प्राप्त की। फिलहाल मोहित श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से एमए का कोर्स कर रहे है। इसके अलावा उन्होंने अपने सात साल की शिक्षा के दौरान रामानंद दीक्षा भी प्राप्त की।


Like it? Share with your friends!

954
954 points

0 Comments

Choose A Format
Personality quiz
Series of questions that intends to reveal something about the personality
Story
Formatted Text with Embeds and Visuals
Image
Photo or GIF